ख़ुद बनाए रास्तों पर चलना, चाहे जिधर जाना । विमल

ख़ुद बनाए रास्तों पर चलना, चाहे जिधर जाना 


ख़ुद बनाए रास्तों पर चलना, चाहे जिधर जाना
सभी बाधाओं से लड़ना, भले ही बिखर जाना।
दुनियावी व्यापार में ही मशगूल मत हो जाना,
किसी के आँसुओं को देखकर थोड़ा ठहर जाना.!
©विमल